कुछ कुछ अधूरा

प्यार तुमने भी किया मैंने भी लिया
इज़हार तुमने भी किया मैंने भी किया
दुनिया को बताने की हिम्मत न मैंने की न तुमने की
अधूरा रहने का फ़ैसला मैंने भी किया तुमने भी किया

कुछ कुछ अधूरा रह जाए तो अच्छा है
सबकुछ न कह पाये तो अच्छा है
कम दिखते है हंजू जब मैं चलता हूं
सबको सबकुछ न दिख पाए तो अच्छा है

दूरियां गजब लगती है मुझे
जुदाई कम लगती है मुझे
सोचता हूं एक इश्क और कर लूं
उदासी बड़ी हसीन लगती है मुझे

Advertisement

2 thoughts on “कुछ कुछ अधूरा

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s

%d bloggers like this: