हौंसला तो रख लिया है
दिल भी पक्का कर लिया है
समझाया है खुद को बहुत
गीली आंखों को ढक लिया है
समझ चुका हूं भगवान की मर्जी
उसी को अपनी कर लिया है
टीवी भी चल चुका है अब
शोर भी सब और है
फिर भी एक शून्य ने
मुझमें घर कर लिया है
आपको भूलें इतनी कमजोर नींव नहीं हमारी
मुस्कुरा कर याद करने का सबब
अपने स्वभाव में शामिल कर लिया है
