थोड़ी इधर थोड़ी उधर छोड़ता रहा गुजरती हुई जिंदगीइसी उम्मीद में कि जीयेंगे एकदिन फिर कभी पीछे मुड़ना तो अब असंभव सा हो गयाखुद को फिर से जीना एक सपना सा हो गया पहले छोड़ते थे, अब छूट जाता हैआता हुआ हर पल रेत सा फिसल जाता है जो जिया बस उसकी अब यादें साथContinue reading “छूटी हुई ज़िंदगी”
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कुछ शेर
पूछते हो बुलबुलों का पता हवा सेवो बता भी दे तो कहां पहचान पाओगे एक वहम और टूटातेरा जाना अच्छा तो नही लगापर एक झूठा और छूटा तुम इधर हो उधर हो या कहां हो बता तो दोतुम हवा ही आग हो या धुआं हो समझा तो दो अब तो ऐसी आदत पड़ गई हैContinue reading “कुछ शेर”
मास्क मुखौटा
हमारी तो मास्क पहन कर ही सांस रुक गईलोग कैसे जीते है ताउम्र मुखौटा पहन कर
नवरात्रे प्रार्थना
महिषासुर मर्दिनी, सिंह वाहिनी, अष्टभुजा धारणी, शिव स्वामिनी, दिव्यता करनी, वैभव भरनी, सिद्धि दाती, मनवाँछित वरदाती, भक्त वात्सली, शक्ति महारानी हे माँ आपका स्वागत है हे माँ आओ, ज्ञान शक्ति भक्ति वैभव दे जाओ.. आपसे पाने की आदत है एक विशेष प्रार्थना ये भी मानो – नेता लिप्त भर्ष्टाचार में, सड़को पर बच्चे भीख मांगेContinue reading “नवरात्रे प्रार्थना”
Mitti – मिट्टी (Clay)
मिट्टी तेरी, मिट्टी मेरी, मिट्टी में होना विलय मिट्टी मिट्टी से क्यों लड़े, ऐसा क्या है ध्यये निराकार साकार ने, दिया सब कुछ मिट्टी बतायें मिट्टी से ऊपजे, मिट्टी मिले, मिट्टी संचय काहे मिट्टी सृष्टि की कोख है, सब जीवो का मूल राम कृपा से हो गई, मिट्टी कृष्ण चरणन की धूल मिट्टी तू तोContinue reading “Mitti – मिट्टी (Clay)”