करवाचौथ

ए चांद निकल आना आज सुबह सुबह हीक्यों इतने चांदो को है प्यासा रखता क्यों डर नहीं तुझे इन प्यासी आहो कानिकल जल्दी तुझे चांदनी का वास्ता पानी की बूंद भी आज कमाल करती हैवो पी ले तो हम निकले, ना पिए तो उम्रदराज करती है तेरा वादा जान बचाने का सच्चा नही रहाकितने वर्तContinue reading “करवाचौथ”

Mitti – मिट्टी (Clay)

मिट्टी तेरी, मिट्टी मेरी, मिट्टी में होना विलय मिट्टी मिट्टी से क्यों लड़े, ऐसा क्या है ध्यये निराकार साकार ने, दिया सब कुछ मिट्टी बतायें मिट्टी से ऊपजे, मिट्टी मिले, मिट्टी संचय काहे मिट्टी सृष्टि की कोख है, सब जीवो का मूल राम कृपा से हो गई, मिट्टी कृष्ण चरणन की धूल मिट्टी तू तोContinue reading “Mitti – मिट्टी (Clay)”