तुम्हे रोकने की कोशिश तो की थीतुम्हे रुकना ग्वारा नही थातुम्हारे साथ था तो सब अच्छा थामैं भी तब तक आवारा नहीं थाकवर चेहरे पर क्या चढ़ाया था तुमनेक्या वो चेहरा भी तुम्हारा नहीं थामज़ाक तो ऐसे ही करते थे तुमहमारे जज्बात ने भी कुछ बिगाड़ा नहीं थाखेल लो सब तुम्हारे लिए ही आए हैहमारेContinue reading “तुम्हे रुकना ग्वारा नही था”
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दूरियां
मैं भी रोया था उनसे मिलकर बहुतवो मिल रहे थे बिछड़ने के लिऐन ढूंढने की कसम देकरवो जा रहे थे जिंदगी भर के लिऐवो खत भी जलवा गए थे जाते जातेजिसमे वादे किए थे उम्र भर के लिऐ वो तेरा, वो मेरा, वो हमारा अब सब किसका है?वो सब संजोया था किसके लिएवक्त की आगContinue reading “दूरियां”
जन्मदिन का तोहफा
न तुम कुछ खरीदो, न मैं कुछ खरीदूं आँखों में शर्म, जुबान पर मिठास, दिल में वफ़ा दे सको तो दो, यही तोहफा है
Fakeer Bulle Shah – फकीर बुल्ले शाह
ना तू साढ़ा रब, न असी तेरे बन्देजिस जन्नत ते तू मान करदा, जा उस जन्नत विच नी वडदे Naa tu sada rab, Naa assi terebande jis jannat te tu maankarda, ja us jannat vich nivarde
टोमडी साहिब – लुप्त होता प्रसिद्ध तीर्थ
Till 1947, Gujrawalan district of Punjab used to be a famous Hindu pilgrimage place. People used to come to Mandir Tomri Sahib, Baddo-ki Goasain for annual festival of Narsing Chodash and budh purnima (“Mela Yag”) and monthly chodash of every shukla paksha for Jyoti darshan and blessings of Sadguru. During the mela yag occasion, aContinue reading “टोमडी साहिब – लुप्त होता प्रसिद्ध तीर्थ”