मेरे तो पर्सनल भगवान्

द्वार खुले, दीप जले, मिलने धरा पर आये, जिनका हूँ मैं अभिमानमेरे पितृ मेरा आधार, मेरे तो पर्सनल भगवान्मेरे रंग रूप, कद काठी सबके निर्णायक तुम होमेरे डीएनए सूत्र के पीढ़ियों से फलदायक तुम होआपका स्नेह सदैव मेरे साथ, हर सदकर्म में सहायक होपितृ दिवस पर मिलने आये, अपनी कृपा बरसाते रहोचींटी पाताल कौआ आकाशContinue reading “मेरे तो पर्सनल भगवान्”